हीरा पहनने के 5 फायदे जो बदल सकते है आपकी किस्मत आपका समय
बहुत से लोग ग्रहों की शुभता को पाने के लिए कई प्रकार के उपाय करते हैं. रत्न धारण करना उन्हीं उपायों में से एक है. ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि हर ग्रह से संबंधित एक रत्न होता है, लेकिन किसी भी रत्न को धारण करने से पहले किसी विद्वान व्यक्ति से सलाह अवश्य लेनी चाहिए. भोपाल निवासी ज्योतिष में इन्हीं रत्नों में से एक हीरा के बारे में बता रहे हैं. हीरा एक बहुमूल्य और जल्द प्रभाव देने वाला रत्न होता है.
रत्न शास्त्र के अनुसार, हर रत्न के शुभ-अशुभ प्रभाव जातक पर देखने को मिलते हैं. आज आपको बताते हैं हीरा रत्न के कुछ गुण और कुछ दोष.
हीरा रत्न के गुण
हिंदू धार्मिक पुराणों में हीरा रत्न के 8 गुण और 9 दोष बताए गए हैं. अग्नि पुराण नामक ग्रंथ के अनुसार, हीरे के 8 गुण इस प्रकार हैं- पहला जिस हीरे के फलक एक सामान हों, दूसरा कोण उच्च हो, तीसरा धार तीक्ष्ण हो, चौथा पानी में तैरता हो, पांचवां निर्मल हो, छठा उज्ज्वल हो, सातवां दोष रहित हो, आठवां तौल में लघु हो. यह वे 8 गुण हैं, जो हीरा रत्न को शुभ और शुद्ध बनाते हैं.