अंगूठे में क्यों पहना जाता है चांदी का छल्ला, जानिए इसके लाभ Chandi ka challa pehne ke fayde
Chandi ka challa pehne ke faydeज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, व्यक्ति के हाथ का अंगूठा शुक्र ग्रह का कारक होता है. चांदी के छल्ले को चंद्र ग्रह का कारक माना गया है, इसलिए जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र कमजोर है, उसे हाथ के अंगूठे में चांदी का छल्ला धारण करना चाहिए. इससे शुक्र मजबूत होता है, और व्यक्ति को सुख-सुविधाओं को लाभ मिलता है.
यह भी माना जाता है कि चांदी का छल्ला धारण करने से जातक का बुध ग्रह मजबूत होता है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध और शुक्र में मित्रता का भाव होता है. चांदी का छल्ला पहनने से बुध और शुक्र ग्रह मजबूत होता है. इसके साथ ही व्यक्ति को नौकरी और व्यापार के क्षेत्र में सफलता हासिल होती है.
ज्योतिष शास्त्र में अलग-अलग दोषों के निवारण के लिए हाथों की उंगलियों में रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार, अंगूठे की उंगली पर एक अंगूठी इच्छाशक्ति और आत्म-विश्वास को दर्शाती है. जो लोग अंगूठे की उंगली पर अंगूठी पहनना चाहते हैं. उन्हें माणिक, गार्नेट या कार्नेलियन जैसे रत्न चुनने की सलाह दी जाती है.
यह बात भी ध्यान देने वाली है कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लिए चांदी हमेशा शुभ फल देती है. मेष सिंह और धनु के लिए चांदी बहुत अच्छी नहीं होती है. बाकी राशियों के लिए चांदी सामान्य फल देने वाली होती है.
भौतिक सुख-सुविधाओं को पाने के लिए हर व्यक्ति कड़ी मेहनत और परिश्रम करता है, लेकिन कई बार हमारे द्वारा किया गया परिश्रम हमें फल नहीं देता. कई बार हमें लगता है, कि हमारा भाग्य साथ नहीं दे रहा. चांदी का छल्ला आपकी परेशानियों को हल कर सकता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अलग-अलग धातुओं और रत्नों से जुड़ी अंगूठियां हमारे जीवन में अनेकों प्रकार से प्रभाव डालती हैं. ज्योतिष शास्त्र में इन धातुओं और रत्नों का नाता नौ ग्रहों के साथ बताया जाता है. चांदी का छल्ला भी इन्हीं महत्वपूर्ण धातुओं में से एक है.
-शुक्र और चंद्रमा से है चांदी के छल्ले का संबंध Chandi ka challa pehne ke fayde
सोने चांदी के आभूषण महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. ज्योतिष शास्त्र मानता है, कि सोने चांदी से बने यह आभूषण कुंडली के ग्रह-नक्षत्रों पर भी असर डालते हैं. सोने का संबंध गुरु ग्रह से है. तो चांदी का संबंध शुक्र और चंद्रमा के साथ माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार चांदी भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न हुई है, इसलिए जहां चांदी होती है, वहां धन वैभव और संपन्नता आती है. इसके अलावा कुछ राशियां ऐसी हैं, जिनके जातकों को चांदी का छल्ला धारण करना बहुत लाभप्रद होता है.
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-इस तरह धारण करें चांदी का छल्ला Chandi ka challa pehne ke fayde
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चांदी का छल्ला धारण करने के लिए इसे बिना जोड़ का बनवाना चाहिए. चांदी के छल्ले को अंगूठे में धारण किया जा सकता है. महिलाओं को इसे बाएं हाथ में और पुरुषों को दाएं हाथ में धारण करना शुभ होता है. मान्यता है कि चांदी का छल्ला चंद्रमा का कारक है.
इसे धारण करने से सूर्य और शनि की स्थिति कुंडली में मजबूत होती है. साथ ही इससे भाग्य भी मजबूत होता है. इसके अलावा चांदी का छल्ला धारण करने से राहु ग्रह दोष से भी मुक्ति मिलती है, और मन शांत रहता है. चांदी का छल्ला कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है. वृषभ और तुला राशि के जातक भी चांदी का छल्ला धारण कर सकते हैं. इसके अलावा मेष सिंह और धनु राशि के जातकों को गलती से भी चांदी का छल्ला धारण नहीं करना चाहिए.इस अक्सर लड़कियां बाएं हाथ में पहनती हैं और लड़के दाहिने हाथ में।
अगर आप भी उनमें से हैं जो हाथ में चांदी का कड़ा पहनती हैं तो आपको इसके ज्योतिष लाभों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए और इस बात की जानकारी भी लेनी चाहिए कि इसे किस दिन पहनाना ठीक होता है और किस दिन इसे धारण करने से बचने की सलाह दी जाती है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया से जानें कि आपको चांदी का कड़ा पहनने से क्या लाभ हो सकते हैं और इसे सही तरीके से पहनना जरूरी क्यों है।
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-चांदी का छल्ला पहनने का लाभ Chandi ka challa pehne ke fayde
चांदी का छल्ला पहनने से शुक्र और चंद्रमा दोनों ही शुभ परिणाम देते हैं. मन और मस्तिष्क शांत रहता है. क्रोध पर नियंत्रण आता है, साथ ही धन और सुख समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है. शरीर में वात, कफ और पित्त जैसी समस्याओं का संतुलन बना रहता है. यदि आप हाथों में चांदी की अंगूठी नहीं पहन पा रहे हैं. तो चांदी की चेन भी अभिमंत्रित करके पहनी जा सकती है. ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.